मंज़िले रुस्वा हैं खोया हैं रास्ता आये ले जाए इतनी से हैं इल्तिजा यह मेरी ज़मानत हैं तू मेरी अमानत हैं मुझको इरादे दे कस्मे दे वादे दे मेरी दुआओं के इशारों को सहारे दे दिल को ठिकाना दे नए बहाने दे ख्वाबों की बारिशों को मौसम के पैमाने दे अपनी करम की कर अदाएं कर ले इधर भी तू निगाहें सुन रहा हैं ना तू रो रही हूँ मैं सुन रहा हैं ना तू क्यों रो रही हूँ मैं I love train journeys. Second only to road journeys. It's really one of the best ways to see India. As the train traverses the changing landscapes, you discover the multiple hues of this beautiful country. Depending on where in the country you are, the view outside your windows changes from dense forests to plain green fields to desert brown terrain to bright yellow of the mustard fields that stretch as far as your eyes can see. As a child, our family would alw...